यदि अफगानिस्तान में सौ के करीब मासूम शिया बच्चियों की हत्या आपका "मजहबी मसला" है तो फिलस्तीन कैसे दुनिया भर के लिए "इंसानियत का मसला" हो सकता है ? किस बिना पर ?